महाराष्ट्र के किसानों को राहत देने के लिए राज्य सरकार ने कृत्रिम बरसात  कराने का फैसला किया है। राज्य सरकार ने इस के लिए ३० करोड़ मंजूर किये है |  इससे पहले साल 2015 में राज्य सरकार ने नासिक में यह प्रयास किया था। लेकिन, कुछ तकनिकी  खामियों के चलते यह फेल हो गई थी।






  • नासिक में २०१५ में कृतिम बारिश का प्रयास किया गया था लेकिन वो प्रयास असफल रहा था


  • महाराष्ट्र में मराठवाडा ,विदर्भ सबसे ज्यादा सूखे कि चपेट में है , यहाँ पर पेयजल का भी बहोत संकट है 



राज्य के विदर्भ और मराठवाड़ा क्षेत्रों में कृत्रिम बारिश कि जाएँगी । यह इलाके सबसे ज्यादा सूखे की चपेट में हैं। पानी कि कमी और किल्लत के वजह से किसानो के फसल बर्बाद हो रही है । अधिक से ज्यादा नदी और छोटे धरण सुख गए है | इसके चलते पीने की पानी की समस्या भी हो रही है।